Home » 2021 Year Festivals List With Dates » Chandra Grahan Date in 2021

Chandra Grahan Date in

Chandra Grahan ~ चन्द्र ग्रहण Dates and Time in the Year 2020

Monday 30th November 2020

Lunar Eclipse or Chandra Grahan occurs when the Moon passes behind the Earth so that the Earth blocks the Sun's rays from striking the Moon. This can occur only when the Sun, Earth, and Moon are aligned exactly, or very closely so, with the Earth in the middle. Hence, a lunar eclipse can only occur the night of a full moon. 

Unless Lunar Eclipse is visible to the naked eye, it is of no significance to Hindus and Hindus don't consider it for any religious activities.

Sutak - Certain inauspicious time before Surya Grahan and Chandra Grahan is known as Sutak. According to Hindu beliefs, the Earth atmosphere is contaminated during Sutak and extra precautions should be taken to avoid any harmful side effects due to contamination. 

Sutak Duration - During Solar Eclipse Sutak is observed for 4 Prahars and during Lunar Eclipse Sutak is observed for 3 Prahars before Eclipse. There are total 8 Prahars from Sunrise to Sunrise. Hence Sutak is observed for 12 hours before Solar Eclipse and for 9 hours before Lunar Eclipse.

Eating During Grahan - All type of food items either solid or liquid are prohibited during Sutak and Eclipse. Hence one should not eat during twelve hours before Solar Eclipse and during nine hours before Lunar Eclipse till Eclipse is over. However for children, sick and old people food limitation is restricted to only single Prahar or 3 hours.

Sutak is observed only when Eclipse is visible at the place under discussion.

Precaution for Pregnant women - Pregnant women are strictly advised not to venture out during Eclipse. It is believed that due to contamination and malefic effects of Rahu and Ketu, the baby might become handicapped or disabled and probability of miscarriage is increased. Pregnant women are also advised not to cut or stitch any cloth or to do any other similar activities as these activities have similar effects on the baby. 

Prohibited Activities - Oil massage, drinking water, Mal-Mutra Visarjan, combing hair, brushing teeth and involving in sexual activities are prohibited during Eclipse. 

Rituals After Grahan - It is advised to discard any cooked food and only freshly cooked food should be consumed after Eclipse. The food items like wheat, rice, other cereals and pickles which cannot be discarded should be protected by adding Kusha grass or Tulasi leaves. Once eclipse is over one should take bath and should make offerings or charity to Brahmins. Making offerings after Eclipse is considered highly beneficial.

===============================================

 

चंद्रग्रहण में चंद्रमा और सूर्य के बीच पृथ्वी आ जाती है। ऐसी स्थिति में चन्द्रमा पृथ्वी की छाया से होकर गुजरता है। ऐसा केवल पूर्णिमा के दिन संभव होता है, इसलिये चन्द्रग्रहण हमेशा पूर्णिमा के दिन ही होता है।

धर्म सिन्धु के अनुसार, ग्रहण मोक्ष उपरान्त पूजा पाठ, हवन- तर्पण, स्नान, छाया-दान, स्वर्ण-दान, तुला-दान, गाय-दान, मन्त्र- अनुष्ठान आदि श्रेयस्कर होते हैं। ग्रहण मोक्ष होने पर सोलह प्रकार के दान, जैसे कि अन्न, जल, वस्त्र, फल आदि जो संभव हो सके, करना चाहिए।

 

चन्द्र ग्रहण में क्या उपाय करे ????

ग्रहण काल में चन्द्र के प्रभावों को शुभ करने के लिये चन्द्र की वस्तुओं का दान किया जाता है -
शुभ प्रभाव प्राप्त करने के लिए निम्न उपाय करे -
—ग्रहण में बालक, वृद्ध और रोगी के लिए कोई नियम शास्त्रों में नहीं बताया गया है ।
—-चिटियों को पिसा हुआ चावल व आट्टा डाले ।
— चन्द्र की दान वस्तुओं में मोती, चांदी, चावल, मिसरी, सफेद कपड़ा,सफेद फूल, शंख, कपूर,श्वेत चंदन, पलाश की लकड़ी, दूध, दही, चावल, घी, चीनी आदि का दान करना शुभ रहेगा ,
—कुंडली के अनुसार चन्द्रमा को मन और माँ का कारक माना गया है जन्म कुंडली में चन्द्रमा जिस भाव में हो उसके अनुसार दान करना चाहिए . चन्द्र वृष राशी में शुभ और वृश्चिक राशी में अशुभ होता है , जब चन्द्र जन्म कुण्डली मे उच्च का या अपने पक्के भाव का हो तब चन्द्र से सम्बन्धित वस्तुऑ का दान नही करना चाहिए, अगर चन्द्र दितीय चतुर्थ भाव मे हो तो चावल चीनी दुध का दान न करे , यदि चन्द्र वृश्चिक राशी में हो तो चन्द्र की शुभता प्राप्त करने के लिए मन्दिर,मस्जिद, गुरुद्धारा, शमशान या आम जनता के लिए प्याउ( पानी की टंकी ) बनवाए या किसी मिटटी के बर्तन में चिड़ियों के लिये पानी रखे .
—-चन्द्र का वैदिक मंत्र :-
चंद्रमा के शुभ प्रभाव प्राप्त करने हेतु चंद्रमा के वैदिक मंत्र का 11000 जप करना चाहिए।.
—–”"”ऊँ श्रां श्रीं श्रौं सः चंद्रमसे नमः“”"या “”"ऊँ सों सोमाय नमः“”
—-चन्द्र दोष दूर करने के लिए सोमवार, अमावस्या का दिन बहुत ही शुभ होता है। किंतु चन्द्र दोष से पीडि़त के लिए चन्द्रग्रहण के दौरान चन्द्र उपासना बहुत ही जरूरी होती है। शिव जी की आराधना करें। अपने श्री इष्ट देवताये नम:, का जाप करे….
—-इस चंद्रग्रहण पर करें यह प्रयोग, बिजनेस में जरुर मिलेगी सफलता—-
बिजनेस की सफलता के लिए चंद्रग्रहण के दिन यह प्रयोग करें-

ऐसे करें प्रयोग—–

ग्रहण से पहले नहाकर लाल या सफेद कपड़े पहन लें। इसके बाद ऊन व रेशम से बने आसन को बिछाकर उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठ जाएं। जब ग्रहण काल प्रारंभ हो तब चमेली के तेल का दीपक जला लें। अब दाएं हाथ में रुद्राक्ष की माला लें तथा बाएं हाथ में 5 गोमती चक्र लेकर नीचे लिखे मंत्र का 54 बार जप करें-

—-मन्त्र “”"”ऊँ कीली कीली स्वाहा”"”

अब इन गोमती चक्रों को एक डिब्बी में डाल दें और फिर क्रमश: 5 हकीक के दाने व 5 मूंगे के दाने लेकर पुन: इस मंत्र का 54 बार उच्चारण करें। अब इन्हें भी एक डिब्बी में डालकर उसके ऊपर सिंदूर भर दें। अब दीपक को बुझाकर उसका तेल भी इस डिब्बी में डाल दें।

इस डिब्बी को बंद करके अपने घर, दुकान या ऑफिस में रखें। आपका बिजनेस चल निकलेगा।
—-इस चंद्रग्रहण पर करें यह उपाय/टोटका, होगा अचानक धन लाभ—-
तंत्र शास्त्र के अनुसार ग्रहण के दौरान किया गया प्रयोग बहुत प्रभावशाली होता है और इसका फल भी जल्दी ही प्राप्त होता है। इस मौके का लाभ उठाकर यदि आप धनवान होना चाहते हैं तो नीचे लिखा उपाय करने से आपकी मनोकामना शीघ्र ही पूरी होगी और आपको अचानक धन लाभ होगा।

ऐसे करें उपाय/टोटका —-
ग्रहण के पूर्व नहाकर साफ पीले रंग के कपड़े पहन लें। ग्रहण काल शुरु होने पर उत्तर दिशा की ओर मुख करके ऊन या कुश के आसन पर बैठ जाएं। अपने सामने पटिए(बाजोट या चौकी) पर एक थाली में केसर का स्वस्तिक या ऊँ बनाकर उस पर महालक्ष्मी यंत्र स्थापित करें। इसके बाद उसके सामने एक दिव्य शंख थाली में स्थापित करें।अब थोड़े से चावल को केसर में रंगकर दिव्य शंख में डालें। घी का दीपक जलाकर नीचे लिखे मंत्र का कमलगट्टे की माला से ग्यारह माला जप करें-

ये हें मंत्र—-

सिद्धि बुद्धि प्रदे देवि मुक्ति मुक्ति प्रदायिनी।

मंत्र पुते सदा देवी महालक्ष्मी नमोस्तुते।।

मंत्र जप के बाद इस पूरी पूजन सामग्री को किसी नदी या तालाब में विसर्जित कर दें। इस प्रयोग से कुछ ही दिनों में आपको अचानक धन लाभ होगा।

 

 
Comments:
 
Sun Sign Details

Aries

Taurus

Gemini

Cancer

Leo

Virgo

Libra

Scorpio

Sagittarius

Capricorn

Aquarius

Pisces
Free Numerology
Enter Your Name :
Enter Your Date of Birth :
Ringtones
Find More
Copyright © MyGuru.in. All Rights Reserved.
Site By rpgwebsolutions.com